पुखराज को सोने की अंगूठी में धारण करना चाहिए, तभी इसका सकारात्मक प्रभाव देखने को मिलता है. जब भी पुखराज पहनें, उसे दूध और गंगाजल से धोकर पवित्र कर लें. प्रातः काल स्नान आदि के बाद विधिपूर्वक देव गुरु बृहस्पति की पूजा-अर्चना करें.
पुखराज को सोने की अंगूठी में धारण करना चाहिए, तभी इसका सकारात्मक प्रभाव देखने को मिलता है. जब भी पुखराज पहनें, उसे दूध और गंगाजल से धोकर पवित्र कर लें. प्रातः काल स्नान आदि के बाद विधिपूर्वक देव गुरु बृहस्पति की पूजा-अर्चना करें.