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रांची. झारखंड में राजनीतिक घटनाक्रम तेजी से बदल रहा है. धनबाद में भाजपा के ढुलू महतो को प्रत्याशी बनाने को बाद राजनीति करवट ले रही है. निर्दलीय विधायक सरयू राय ने अपना पत्ता चल दिया है और कोयलांचल की राजनीति गरम कर दी है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम से बात हुई है. लोगों का दबाव चुनाव लड़ने का है. मैं या मेरे से योग्य कोई उम्मीदवार मिलता है, तो उसको समर्थन दें. इधर कांग्रेस सूत्रों ने बताया है कि धनबाद के मामले में सारी जानकारी आलाकमान को दे दी गयी है. सरयू राय का भी मामला आलाकमान तक पहुंचा है. सारी परिस्थितियों पर गौर किया जा रहा है. धनबाद में सबकुछ देखते हुए प्रत्याशी का चयन होगा. कांग्रेस के आला नेता ने बताया है कि भाजपा को शिकस्त देना प्राथमिकता होगी. इधर कांग्रेस दो-चार दिनों में झारखंड में उम्मीदवारों की सूची जारी करने वाली है. दो अप्रैल को चुनाव समिति की बैठक है. इसमें झारखंड की बाकी चार सीटों पर उम्मीदवार तय किये जायेंगे. कांग्रेस ने अब तक लोहरदगा, खूंटी और हजारीबाग में प्रत्याशी उतारे हैं. कांग्रेस कोटे में गठबंधन की सात सीटें गयीं हैं. कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम ने कहा है कि सरयू राय से बात हुई है. उनका फोन आया था. धनबाद को लेकर उन्होंने अपनी चिंता बतायी थी. भाजपा राजनीति का अपराधीकरण करने में लगी है. कांग्रेस साफ-सुथरी राजनीति करना चाहती है. श्री राय की बातों से पार्टी के आला नेताओं को अवगत कराया गया है. सरयू राय से आला नेता बात करेंगे. परिस्थितियों का मूल्यांकन होगा. वहीं प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा है कि सरयू राय का बयान अखबारों में आ रहा है. पार्टी प्लेटफॉर्म पर बात होनी चाहिए. उनसे हमारी कोई बातचीत नहीं है. उनका क्या प्रस्ताव है, वह क्या चाहते हैं, मालूम नहीं है. कांग्रेस शीर्ष नेतृत्व को सबकुछ तय करना है. वह अपनी उम्मीदवारी को लेकर चिंतित हैं या धनबाद को लेकर, हमें मालूम नहीं है. झारखंड में इंडिया गठबंधन के सीट बंटवारे का पेच चतरा और पलामू को लेकर फंसा है. राजद दोनों सीटों पर अड़ा है. कांग्रेस राजद के लिए दोनों सीट छोड़ने के लिए तैयार नहीं है. इस मुद्दे पर राजद के साथ कांग्रेस के आला नेताओं की बात भी हुई है. कांग्रेस राजद के लिए चतरा सीट छोड़ना चाहता है.
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