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पटना. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार की शाम राज्य कैबिनेट की बैठक बुलाई है. कैबिनेट की यह बैठक सचिवालय कक्ष में नहीं बल्कि मुख्यमंत्री के सरकारी आवास एक अणे मार्ग में होगी. दिल्ली जाने से पूर्व बुलाई गयी कैबिनेट की इस बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार महज ऐसे फैसले ले सकते हैं जो आचार संहिता के दायरे में हो. चुनाव तारीखों की घोषणा के बाद आदर्श आचार सहिंता लागू है और ऐसे में कई चीज़ों पर पाबंदी लग गई है. आचार संहिता लग जाने के कारण आज की बैठक का आधिकारिक तौर पर कोई ब्योरा भी नहीं दिया जायेगा.
चालू योजनाओं के लिए मिल सकता है पैसा
जानकारी के अनुसार लोकसभा चुनाव की घोषणा और मंत्रिमंडल विस्तार के बाद कैबिनेट की यह पहली बैठक है. लोकसभा चुनाव को लेकर देश में आदर्श आचार संहिता लागू है, ऐसे में कैबिनेट बुलाए जाने के पीछे बहुत बड़ी वजह हो सकती है. इस कैबिनेट बैठक में मुख्य रूप से पहले से चल रही योजनाओं और स्कीमों के लिए राशि रिलीज की जा सकती है. इसके साथ ही पूर्व में की गई घोषणा के लिए फंड एलॉटमेंट किया जा सकता है. इसके साथ ही चुनाव से जुड़े हुए कुछ जरूरी काम किए जा सकते हैं.
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कैबिनेट में अब नहीं जा सकता है ऐसे प्रस्ताव
जानकारों की माने तो इस कैबिनेट की बैठक में सरकार को वोटरों को रिझाने वाले फैसले नहीं लेंगे होंगे. कोई नई स्कीम और योजना नहीं लानी होगी. इसके साथ ही राज कर्मियों और पेंशन भोगियों के लिए कुछ अलग एलान नहीं करना होगा. लोकसभा चुनाव की तारीख आने के बाद हर एक फैसला आदर्श आचार संहिता के दायरे में रखकर करना होगा. नई पुल पुलिया सड़क बनने जैसे पर फैसले नहीं लिये जा सकते हैं.
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