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पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ में कैसे हैंडल करें क्रिटिसिज्म

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पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ में कैसे हैंडल करें क्रिटिसिज्म

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Handling Criticism: खुद के बारे में गलत सुन पाना, या फिर अपने किसी काम की आलोचना सुनना आसान नहीं होता है. खुद के बारे में इस तरह की बातें सुनने के लिए हमारे अंदर काफी हिम्मत होनी चाहिए. यह बात तो हम सभी मानते हैं कि खुद के बारे में आलोचना सुनना किसी को भी अच्छा नहीं लगता है. हम हमेशा कोशिश करते हैं कि कोई भी हमारी आलोचना न करे. बात कई बार हद से आगे बढ़ जाती है और मामला मार-पीट और हाथा-पायी तक बढ़ जाता है. लोगों के बीच आपसी मन-मुटाव भी होने लगते हैं. आज की यह आर्टिकल उन लोगों के लिए काफी कमा की साबित होने वाली है जिन्हें अक्सर अपने पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ में क्रिटिसिज्म का सामना करना पड़ता है. आज हम आपको बताने वाले हैं कि आप कसी तरह से क्रिटिसिज्म को हैंडल कर सकते हैं.

खुद को रखें शांत

आलोचना सुनने के बाद गुस्सा आना काफी आम बात है. ऐसा हर किसी के साथ हो सकता है. काफी कम लोग होते हैं जो आलोचना को शांत दिमाग से हैंडल कर सकते हैं. अगर आपकी आलोचना की जा रही हो तो ऐसे में सबसे पहले खुद को शांत करें और गहरी सांस लें. सामने वाले इंसान पर गुस्सा करने की जरुरत नहीं है. इमोशल तौर पर खुद को तैयार कर लें.

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सीखने की कोशिश करें

हर तरह की आलोचना हमें कुछ न कुछ सिखाती है. अगर कोई आपकी आलोचना कर रहा है तो ऐसे में आपके लिए गुस्सा करने से बेहतर उनकी बातों को ध्यान से सुनना जरूरी हो जाता है. अगर उनकी बात सही है तो उसे स्वीकारना सही है.

पॉजिटिव थिंकिंग

अगर आप आलोचनाओं को हैंडल करना चाहते है तो ऐसे में आपके लिए पॉजिटिव थिंकिंग रखना काफी जरूरी हो जाता है. आलोचना होने पर हाव-भाव में बदलाव होना आम बात है. लेकिन, कोशिश करें सामने वाले की बातों को सुनने के बाद जब तक संभव हो अपने गुस्से को कंट्रोल करें और शांत रहें.

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बेहतर बनने की कोशिश

अगर आपकी आलोचना की जा रही है तो ऐसे में आपके लिए उससे कुछ सीखना और खुद में बदलाव लाने की जरूरत है.अगर आप ऐसा करते हैं तो आगे चलकर बेहतर इंसान बन सकेंगे और आपकी और आपके कामों की आलोचना भी कम होगी.

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