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दुमका, जिले में साल-दर-साल वाहनों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है. सड़कें अच्छी होने और हाइवे के तर्ज पर सड़कें विकसित होने की वजह से बाहरी गाड़ियों की आवाजाही इलाके में बढ़ी है. इसकी वजह से दुमका जिले में सालाना पेट्रोल की खपत भी बढ़ी है. कोरोना के बाद से लोग पब्लिक ट्रांसपोर्ट की वजाय पसर्नल व्हीकल का इस्तेमाल ज्यादा करने लगे हैं. इससे चौपहिया वाहनों की बिक्री में जबरदस्त इजाफा हुआ है. टू व्हीलर सेगमेंट में भी काफी बाइक बिकी हैं, ऐसे में पेट्रोल की खपत में इजाफा हुआ है. जबकि इस दौर में इलेक्ट्रिक व्हीकल की बिक्री भी काफी बढ़ी है. हालांकि यह आंकड़ा पेट्रोल से चलने वाले टू व्हीलर की तुलना में बेहद कम दो प्रतिशत ही है. एक अध्ययन के मुताबिक पिछले एक साल में पर्सनल व्हीकल की खरीद और उसके उपयोग में इजाफा होने से पेट्रोल की खपत 103.3 प्रतिशत हो गयी है. 2022-23 में 25872 किलो लीटर यानी कुल 25872000 लीटर पेट्रोल की बिक्री दुमका के 39 पेट्रोल पंप से हुई थी. 2023-24 में यह बढ़कर 26702 किलोलीटर यानी 26702000 लीटर हो गयी. इन दो सालों के औसत को देखें तो वर्तमान में दुमका में औसतन रोजाना 73000 लीटर पेट्रोल फूंक दिया जा रहा है. इसी तरह बात की जाए डीजल की, तो कॉमर्शियन व्हीकल और पब्लिक ट्रांसपोर्ट के इस्तेमाल तथा रेल सुविधाओं के विस्तार से डीजल की खपत में कमी आयी है. 2022-23 में 64035000 लीटर डीजल की खपत दुमका के पंपों के माध्यम से हुई थी. अभी हाल ही में खत्म हुए वित्तीय वर्ष 2023-24 में डीजल की खपत घटकर 51590000 लीटर पहुंच गयी. यानी डीजल की बिक्री 20 प्रतिशत तक घट गयी है. रिपोर्ट के मुताबिक 40 में से 24 पेट्रोल पंप के डीजल की बिक्री में भारी कमी दर्ज हुई है. पिछले वित्तीय वर्ष 2022-23 में औसतन प्रतिमाह 5335.25 किलोलीटर डीजल की खपत दुमका में थी, लेकिन वित्तीय वर्ष 2023-24 में यह औसत घटकर 4299 किलोलीटर ही रह गयी है. औसतन 336000 लीटर डीजल की बिक्री हर माह दुमका जिले में घटी है. ——————————— दुमका में निबंधित किस तरह के कितने वाहन इलेक्ट्रिक-1220 थ्री व्हीलर पैसेंजर-5054 थ्री व्हीलर गुड्स-857 गुड्स कैरियर-10346 ट्रैक्टर-4457 मैक्सी कैब-354 मोटराइज्ड साइकिल-133 मोटर कार-16706 मोटर बाइक्स-194365 ————————– किस फ्यूल वाले कितने वाहन डीजल-32688 पेट्रोल-202300 पेट्रोल हाइब्रिड-280 पेट्रोल इथेनॉल-182 पेट्रोल सीएनजी-25 पेट्रोल एलपीजी-01 इलेक्ट्रिक-1652 हर साल सड़क पर उतर रहीं 16000 से अधिक मोटरसाइकिलें दुमका जिला परिवहन कार्यालय में हर साल 16000 से अधिक मोटरसाइकिलें निबंधित हो रही हैं. 2020 में 16410 मोटरसाइकिलें बिकी थी, तो 2021 में वाहनों की बिक्री घट गयी थी. 9.88 प्रतिशत वाहन की बिक्री में कमी दर्ज हुई थी. मोटरसाइकिल की बिक्री में भी भारी कमी आ गयी थी. उस साल 14970 बाइक की ही बिकी थी. पर 2022 में स्थिति संभल गयी और सबकुछ पटरी पर उतर आया. 8.63 प्रतिशत वाहन इस साल अधिक बिके. बाइक की बिक्री में भी इजाफा हुआ. इस साल 16057 मोटरसाइकिलें बिकी. 2023 में भी 16309 मोटरसाइकिलें बिकीं. इस साल अप्रैल के 15 तारीख तक 4588 मोटरसाइकिलें बिक चुकी हैँ. ——————————- सवा साल में बिक गये तकरीबन 2200 कार दुमका की सड़कों पर फोर व्हीलर भी खूब उतर चुकी हैं. हर परिवार थोड़ी संपन्नता आने के बाद अपने चार चकिया का सपना पूरा कर रहा है. औसतन हर दिन दुमका में चार से पांच कार बिक रही हैं. सवा साल में तकरीबन 2200 कार बिक चुकी हैं. 2020 में जहां 1187 कार ही बिकी थी, वहीं 2021 में यह बढ़कर 1275, 2022 में 1344 और 2023 में सर्वाधिक 1656 तक पहुंच गयी थी. अभी 15 अप्रैल तक इस साल 517 कार दुमका परिवहन विभाग में निबंधित हो चुकी हैं. इधर 2023 में जहां 41 बसें बिक चुकी थी, वहीं 2024 में अब तक 17 नयीं बसें दुमका की सड़कों पर उतारी जा चुकी है. —————————– अब भी इलेक्ट्रिक बाइक की तुलना में पेट्रोल से चलनेवाले बाइक की बिक्री काफी अधिक है. 500 बाइक अगर पेट्रोल से चलनेवाली बिक रही है, तो ई स्कूटर खरीदनेवाले 10 भी नहीं है. कोरोना काल में बाइक की बिक्री थोड़ी कमी थी, लेकिन आज पहले जैसी वाली स्थिति आ चुकी है. दुमका में हर साल 15-16 हजार मोटरसाइकिलें बिक रही हैँ. -संजय अग्रवाल, वाहन व्यवसायी. शहर में लोग इलेक्ट्रिक स्कूटर खरीद रहे हैं, पर ग्रामीण क्षेत्र के लोग लंबी दूरी और चार्जिंग में असुविधा को देखते हुए अब भी पेट्रोल से चलनेवाले बाइक-स्कूटर को ही पसंद कर रहे हैं. कोरोनाकाल के बाद पब्लिक ट्रांसपोर्ट की जगह लोग पर्सनल गाड़ियों का इस्तेमाल ज्यादा कर रहे हैं. शायद यही वजह है कि पेट्रोल की खपत बढ़ी है और डीजल की घटी है. -जितेश कुमार रौशन, पेट्रोल पंप के मालिक.
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