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अगर आप नवरात्र के दौरान कुछ गलतियां करते हैं, तो आपको देवी मां की नाराजगी का सामना करना पड़ सकता है।
By Ekta Sharma
Publish Date: Fri, 05 Apr 2024 06:33 PM (IST)
Updated Date: Fri, 05 Apr 2024 06:33 PM (IST)
HighLights
- इस बार मंगलवार 9 अप्रैल से चैत्र नवरात्र प्रारंभ हो रहे हैं।
- नवरात्र के पावन काल में मांस या शराब का सेवन नहीं करना चाहिए।
- देवी मां की पूजा के दौरान काले कपड़े पहनने से भी बचना चाहिए।
धर्म डेस्क, इंदौर। Chaitra Navratri 2024: हिंदू धर्म में नवरात्र का त्योहार बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। देवी की कृपा पाने के लिए नवरात्र का समय सबसे अच्छा समय माना जाता है। इस बार मंगलवार 9 अप्रैल से चैत्र नवरात्र प्रारंभ हो रहे हैं। ऐसे में अगर आप नवरात्र के दौरान कुछ गलतियां करते हैं, तो आपको देवी मां की नाराजगी का सामना करना पड़ सकता है। आइए, जानते हैं कि नवरात्र के दौरान किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
इन कार्यों को न करें
नवरात्र के पावन काल में भूलकर भी मांस या शराब का सेवन नहीं करना चाहिए। ऐसा करना पाप होता है, जिसके कारण जीवन में परेशानियां आने लगती हैं। बाल, नाखून आदि नवरात्र काल में नहीं काटना चाहिए। वहीं, देवी मां की पूजा के दौरान काले कपड़े भी नहीं पहनने चाहिए। इन सभी बातों का ध्यान नहीं रखने से देवी मां नाराज हो सकती हैं।
नवरात्र के दौरान साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देना चाहिए। यह भी माना जाता है कि जो भी नवरात्र का व्रत रखते हैं, उसे बिस्तर पर नहीं सोना चाहिए। ऐसा करने से व्रत टूट सकता है। कई मान्यताओं के अनुसार, नवरात्र के दौरान नए कपड़े खरीदना भी शुभ नहीं माना जाता है।
इन नियमों का करें पालन
- नवरात्र के दौरान सात्विक भोजन ही करना चाहिए।
- नवरात्र पूजा के दौरान लाल, पीले और सफेद रंग के कपड़े पहनना शुभ होता है।
- नवरात्र के दौरान नियमित रूप से मंदिर को गंगाजल से साफ करें।
- नवरात्र के दौरान प्रतिदिन देवी को लाल रंग की चुनरी, लाल फूल और लाल चूड़ियां चढ़ाएं।
- अखंड ज्योत जलाएं और उसके सामने 9 दिनों तक दुर्गा चालीसा का पाठ करें।
डिसक्लेमर
‘इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।’
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