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रांची. लोकसभा चुनाव को लेकर झारखंड-बिहार के मुख्य सचिव और डीजीपी के बीच सोमवार को हुई वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में सीमा पर वामपंथी उग्रवाद और उसके अनुसार कार्ययोजना तैयार करने पर वार्ता हुई. वास्तविक समय के आधार पर खुफिया जानकारी को सक्रिय रूप से साझा करने के लिए नोडल अधिकारियों की नियुक्ति करने पर सहमति बनी. तय किया गया कि अपराधियों की आवाजाही रोकने के लिए सीमा चौकियों और नाका बिंदुओं को ज्यादा सक्रिय किया जायेगा. दोनों राज्यों के अधिकारियों में अवैध हथियार, गोला बारूद, नशीले पदार्थों, तस्करी और अवैध शराब व्यापार से संबंधित मुद्दे पर भी चर्चा की गयी. अवैध वस्तुओं की आवाजाही पूरी तरह से प्रतिबंधित करने के लिए साझा रणनीति तैयार की गयी. पारदर्शी, स्वच्छ व सुरक्षित चुनाव संपन्न कराने के लिए सभी स्तरों पर अंतरराज्यीय समन्वय बैठकों के आयोजन पर सहमति बनी. दोनों राज्यों ने अंतरराज्यीय वांछित अपराधियों का डेटा साझा करते हुए उनकी गिरफ्तारी के लिए साथ मिल कर काम करने की जरूरत महसूस की गयी. राज्य के नियंत्रण कक्षों को सक्रिय करने और उनके बीच समन्वय स्थापित करने का निर्णय लिया गया. मतदान के पहले और मतदान के दिन अंतरराज्यीय सीमाओं को सील करने पर भी दोनों राज्य सहमत हुए. बैठक में दोनों राज्य के मुख्य सचिव और डीजीपी के अलावा झारखंड के सीआइडी डीजी, एडीजी अभियान, स्पेशल ब्रांच आइजी, सीआइडी आइजी, आइजी अभियान के अलावा सभी जोनल आइजी और सभी रेंज के डीआइजी भी शामिल थे.
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