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Navratri 2024 Kanya Pujan: कन्या पूजन के समय इन नियमों का करें पालन, वरना देवी मां हो जाएंगी नाराज

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Navratri 2024 Kanya Pujan: कन्या पूजन के समय इन नियमों का करें पालन, वरना देवी मां हो जाएंगी नाराज

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नवरात्र के दौरान कन्या पूजन करने से मां दुर्गा का आशीर्वाद प्राप्त होता है। उनकी कृपा से घर में हमेशा सुख-समृद्धि बनी रहती है।

By Ekta Sharma

Publish Date: Sun, 14 Apr 2024 02:18 PM (IST)

Updated Date: Sun, 14 Apr 2024 02:18 PM (IST)

Navratri 2024 Kanya Pujan: कन्या पूजन के समय इन नियमों का करें पालन, वरना देवी मां हो जाएंगी नाराज
कन्या पूजन का महत्व

HighLights

  1. नवरात्र के दौरान कन्या पूजन करने से मां दुर्गा का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
  2. नवरात्र में कन्या पूजन कर रहे हैं, तो कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए।
  3. पूजा के दौरान काली वस्तुओं का प्रयोग न करें।

धर्म डेस्क, इंदौर। Navratri 2024 Kanya Pujan: नवरात्र के दौरान कन्या पूजा एक महत्वपूर्ण अनुष्ठान माना जाता है। ऐसा हर साल अष्टमी और नवमी तिथि को किया जाता है। इसे कुमारिका पूजा भी कहा जाता है। धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, नवरात्र के दौरान कन्या पूजन करने से मां दुर्गा का आशीर्वाद प्राप्त होता है। उनकी कृपा से घर में हमेशा सुख-समृद्धि बनी रहती है। ऐसे में अगर आप नवरात्र में कन्या पूजन कर रहे हैं, तो कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए।

कन्या पूजन में इन बातों का रखें ध्यान

  • कन्या पूजन के लिए कन्याओं को सच्चे मन से आमंत्रित करें।
  • कन्या पूजन करते समय किसी भी तरह की हीन भावना अपने मन में न लाएं।
  • कन्या पूजन में किसी तरह का भेदभाव न करें।
  • पूजा के दौरान काली वस्तुओं का प्रयोग न करें।
  • कन्याओं का पूरे परिवार सहित स्वागत करें।
  • कन्याओं को पवित्र स्थान पर बैठाएं।
  • कन्याओं को अक्षत, फूल और कुमकुम का तिलक करें।
  • माता रानी का ध्यान करें और सभी कन्याओं को भोजन कराएं।
  • भोजन के बाद कन्याओं को उपहार और दक्षिणा जरूर दें।
  • अंत में कन्याओं के पैर छूकर उनका आशीर्वाद लें।
  • कन्या पूजन से जुड़ी मान्यता

    कन्या पूजन वाले दिन व्रत रखा जाता है और छोटी कन्याओं को अपने घर आमंत्रित किया जाता है। कहा जाता है कि इस तरह का अनुष्ठान माता रानी के प्रति आभार व्यक्त करने का एक विशेष तरीका होता है। इस दिन लोग शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, कुष्मांडा, स्कंदमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी और सिद्धिदात्री की पूजा करते हैं। छोटी-छोटी कन्याएं देवी दुर्गा के नौ रूपों का प्रतिनिधित्व करती हैं। कंजक के दौरान एक लड़के को भी भैरव बाबा के रूप में बुलाया जाता है। ऐसा माना जाता है कि जो लोग कन्या पूजन करते हैं, उन्हें नवरात्र का पूरा फल मिलता है।

    डिसक्लेमर

    ‘इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।’

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