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Chhoti Holi 2024: छोटी होली के दिन इस समय रहेगा भद्रा काल, ये है होलिका दहन का शुभ मुहूर्त

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Chhoti Holi 2024: छोटी होली के दिन इस समय रहेगा भद्रा काल, ये है होलिका दहन का शुभ मुहूर्त

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Chhoti Holi 2024 भगवान ने भक्त पर कृपा बरसाते हुए प्रहलाद को बचा लिया था और खुद होलिका जलकर भस्म हो गई थी। तब से ही होली मनाने की परंपरा शुरू हुई थी।

By Sandeep Chourey

Publish Date: Fri, 22 Mar 2024 11:30 AM (IST)

Updated Date: Fri, 22 Mar 2024 12:04 PM (IST)

Chhoti Holi 2024: छोटी होली के दिन इस समय रहेगा भद्रा काल, ये है होलिका दहन का शुभ मुहूर्त

HighLights

  1. इस साल होली पर दो शुभ योग बनने वाले हैं।
  2. हिंदू पंचांग के मुताबिक, वृद्धि योग रात 9.30 बजे तक है, वहीं ध्रुव योग 24 मार्च को पूरे दिन है।
  3. होलिका दहन का मुहूर्त रात 11.13 बजे से रात 12.07 बजे तक का रहेगा।

Holika Dahan Time 2024: धर्म डेस्क , इंदौर। हिंदू धर्म में होली का त्योहार उत्साह के साथ मनाया जाता है। दो दिनों तक मनाया जाने वाला यह त्योहार रंगों के साथ खेला जाता है। इस बार पहले दिन छोटी होली पर भद्रा का साया रहेगा। हिंदू पंचांग के मुताबिक, होली का त्योहार हर साल फाल्गुन पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है। पंडित चंद्रशेखर मलतारे के मुताबिक, इस साल फाल्गुन पूर्णिमा की शुरुआत 24 मार्च को सुबह 9.54 बजे होगी और यह तिथि 25 मार्च को दोपहर 12.29 बजे खत्म होगी। ऐसे में होलिका दहन 24 मार्च को करना भी शुभ होगा। इसके बाद 25 मार्च को धुलेंडी मनाई जाएगी।

होली में निर्मित होंगे दो शुभ योग

पंडित चंद्रशेखर मलतारे के मुताबिक, इस साल होली पर दो शुभ योग बनने वाले हैं। हिंदू पंचांग के मुताबिक, वृद्धि योग रात 9.30 बजे तक है, वहीं ध्रुव योग 24 मार्च को पूरे दिन है। ऐसे में होलिका दहन का मुहूर्त रात 11.13 बजे से रात 12.07 बजे तक का रहेगा। होलिका दहन पर भद्रा का साया सुबह 09.54 बजे से रात 11.13 बजे तक रहेगा।

भद्रा काल में होलिका क्यों शुभ नहीं (Holika Dahan Bhadra Time)

पंडित चंद्रशेखर मलतारे के मुताबिक, भद्रा काल में होलिका दहन शुभ नहीं माना जाता है। पौराणिक मान्यता है कि खुद को भगवान मानने वाले हिरण्यकश्यप ने भगवान की भक्ति में लीन पुत्र प्रह्लाद को बहन होलिका के द्वारा जीवित जलाने की कोशिश की थी। भगवान ने भक्त पर कृपा बरसाते हुए प्रहलाद को बचा लिया था और खुद होलिका जलकर भस्म हो गई थी। तब से ही होली मनाने की परंपरा शुरू हुई थी।

डिसक्लेमर

‘इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।’

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    कई मीडिया संस्थानों में कार्य करने का करीब दो दशक का अनुभव। करियर की शुरुआत आकाशवाणी केंद्र खंडवा से हुई। महाराष्ट्र में फील्ड रिपोर्टिंग, भोपाल दूरदर्शन, ETV न्यूज़ सहित कुछ रीजनल न्यूज चैनल में काम करके इलेक्

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