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शुभ फलों की प्राप्ति के लिए दान किया जाता है। यह बिल्कुल भी शुभ नहीं माना जाता है। ऐसे में होली के दिन कुछ चीजों का दान करने से बचना चाहिए।
By Ekta Sharma
Publish Date: Tue, 19 Mar 2024 09:44 AM (IST)
Updated Date: Tue, 19 Mar 2024 09:44 AM (IST)
HighLights
- होली के दौरान रंग और गुलाल से खेलने की परंपरा है।
- वस्त्र दान करने से व्यक्ति के जीवन में परेशानियां आने लग जाती हैं।
- होली के दिन धन का दान भी नहीं करना चाहिए।
धर्म डेस्क, इंदौर। Holi 2024: होली का त्योहार फाल्गुन मास की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है। इस साल यह त्योहार 25 मार्च को मनाया जाएगा। होली के दौरान रंग और गुलाल से खेलने की परंपरा है। वहीं, होलिका दहन के दिन कई तरह के ज्योतिषीय उपाय भी किए जाते हैं। इन उपायों के कारण लोग कई तरह के दान करते हैं। शुभ फलों की प्राप्ति के लिए ऐसा किया जाता है। यह बिल्कुल भी शुभ नहीं माना जाता है। ऐसे में होली के दिन कुछ चीजों का दान करने से बचना चाहिए।
होली पर न करें इन चीजों का दान
वस्त्र दान
आमतौर पर वस्त्र दान करना अच्छा माना जाता है, लेकिन होलिका दहन और होली के दिन भूलकर भी कपड़ों का दान नहीं करना चाहिए। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, दोनों दिन वस्त्र दान करने से व्यक्ति के जीवन में परेशानियां आने लग जाती हैं। साथ ही आर्थिक संकटों का भी सामना करना पड़ता है।
सुहाग के सामान का दान
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, होलिका दहन के दिन विवाहित महिलाओं को अपने सुहाग का सामान किसी अन्य महिला को उपहार में नहीं देना चाहिए। ये पति के लिए बहुत हानिकारक हो सकता है। साथ ही कुंडली में शुक्र की स्थिति भी कमजोर होती है। इस दिन ऐसा बिल्कुल न करें।
धन का दान
होलिका दहन और होली के दिन धन का दान भी नहीं करना चाहिए। इससे आर्थिक स्थिति पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। कहा जाता है कि जो भी इस दिन धन का दान करता है, उसे पैसों की तंगी का सामना करना पड़ता है। साथ ही देवी लक्ष्मी भी नाराज हो जाती हैं। ऐसे में इस दिन भूलकर भी धन का दान न करें।
डिसक्लेमर
‘इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।’
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